उसके बाद बहेड़ा लेते हैं उसको भी एक भाग लेना है और उसको भी छिलका और गुठली सहित सुखाना है।
उसके बाद हम आंवला लेंगे और उसका भी हम एक भाग लेंगे और उसे भी हम धूप में सुखा देंगे।
इन तीनों औषधियों को हम एक अनुपात एक अनुपात एक में प्रयोग करेंगे।
वैसे कुछ लोग इसको घर पर जब बनाते हैं तो एक अनुपात 2 अनुपात 3 के अनुपात में बनाते हैं। जिसमें तीन अनुपात आंवला होता है, 1 अनुपात हरण होता है दो अनुपात बहेड़ा होता है।
जब तीनों औषधियां धूप में अच्छे से सूख जाए तो उसको हम मिक्सर में पीस कर इसका बारीक पाउडर बना लेते हैं और एक छन्नी से छानकर कचरा अलग कर लेते हैं।
फिर इसको एयरटाइट कंटेनर में भर कर रख देते हैं और 3 से 9 ग्राम दूध अथवा गर्म पानी के साथ रात और सुबह में लेते हैं, इससे हमारी पाचन संबंधी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।