सबसे पहले हम अलसी को लेकर धीमी आंच पर 15 से 20 मिनट तक भून लेते हैं।
उसके बाद जब हमारे अलसी अच्छे से भून जाएं तब उसे हम ठंडा करने के लिए बाहर कर लेते हैं।
अलसी भूनते समय हमको अच्छी महक आनी चाहिए इसके अलावा अलसी भूनते समय उसमें चट चट की आवाज आनी चाहिए इससे पता चलता है कि हमारे अलसी अच्छे से भून गई है।
उसके बाद उसी कढ़ाई में थोड़ा सा देसी घी डालेंगे और हम अपने मखाने को भून कर अलग कर लेते हैं। मखाने को भी हमको भी धीमी आंच पर भूनना है क्योंकि इस का हमको पाउडर बनाना है।
जैसे ही हम मखाने का पाउडर बना लें उसके बाद हम अलसी का भी पाउडर बना लेते हैं।
उसके बाद हम आटा लेते हैं गेहूं का। गेहूं के आटे को भी देसी घी डालकर भून कर अलग कर लेते हैं। आटे को आपको उसी तरह भूनना है जैसे कि आप पंजीरी की आटा भूनते हैं।
आटा डालने से यह लड्डू बहुत ही टेस्टी बनता है। जैसे ही आटा भून जाए उसे भी अलग कर लेते हैं और उसके बाद लड्डू बनाने का प्रोसेस शुरू करते हैं।
लड्डू बनाने की प्रोसेस में सबसे पहले हम किसी पीसी हुई ,भुनी हुई अलसी लेते हैं साथ में हम यहां पर लेंगे भुनी हुई ,पिसी हुई मखाने का पाउडर।
इसके साथ हम यहां पर डालेंगे आटा गेहूं का।
साथ में डालेंगे सोंठ पाउडर, हल्दी पाउडर और इन सब को अच्छे से मिक्स कर लेते हैं।
मीठा के लिए हम यहां पर गुड़ का प्रयोग कर रहे हैं। आप चाहे तो चीनी का भी प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन गुड़ से लड्डू बहुत ही टेस्टी बनते हैं।
उसके बाद हम लड्डू बांधने का प्रयास करते हैं।
यदि लड्डू सही से नहीं बन रहा है तो आप थोड़ा सा देसी घी जरूर से प्रयोग करिए।
देसी घी से यह लड्डू थोड़ा सा हल्दी भी हो जाते हैं और खाने में भी टेस्टी लगते हैं।
इस तरह अपने सारे लड्डू को गोल गोल करके बनाकर एयरटाइट कंटेनर रख देते हैं।
इसको सुबह पानी के साथ खाते हैं तो हमारी इम्युनिटी बहुत अच्छी होती है।