गुलाबजामुन आखिर फटते क्यूँ हैं सभी प्रोब्लेम का सोल्यूशंस देखे, रसगुल्ला बनाए मे आने वाली दिक्कतें

ऐसा क्यों होता है?  

रसगुल्ला या गुलाब जामुन क्वीज / प्रॉब्लम सेशन (Rasgulla or Gulab Jamun Quiz / Problem Session)

  1. रसगुल्ला और गुलाब जामुन में क्या अंतर होता है ?

यदि हम बात करें रसगुल्ले की तो रसगुल्ला सिर्फ और सिर्फ मैदे और खोए से बनाते हैं लेकिन यदि हम बात करें गुलाब जामुन की तो खोए और मैदे के साथ-साथ हम उसमें पनीर भी मिलाते हैं |

2.  रसगुल्ला यह गुलाब जामुन फ्राई करते समय चपटे क्यों हो जाते हैं ?

रसगुल्ला (गुलाब जामुन) को बनाते समय हमेशा हमें गहरी कड़ाही यूज़ करनी चाहिए| फ्लैट बर्तन और कम आयल यूज ना करें | कभी कभी मैदा कम होने की वजह से भी हमारे रसगुल्ले चपटे हो जाते हैं तो याद रखिए जब भी हमें रसगुल्ला या गुलाब जामुन बनाना हो तो हमें गहरी कड़ाही यूज़ करनी चाहिए|  और तेल (आयल) कम से कम इतना लेना है कि फ्राई करते समय हमारे सारे रसगुल्ले डूबे हुए होने चाहिए, ऐसा करने से आपके रसगुल्ले चपटे नहीं होंगे |

 

  1. स्किन क्यों निकलती है ?

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रसगुल्ले या गुलाब जामुन को बनाने के बाद जब चाशनी में डाल देते हैं तो कभी कभी उसकी स्किन यानी कि ब्राउनी पार्ट  या ऊपरी लेयर क्यों निकलने लगता है,?

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ऐसा क्यों होता है  कि रसगुल्ले (गुलाब जामुन) को फ्राई करने के बाद जब हम इसे चासनी में डालते हैं तो इसकी ऊपरी लेयर या स्किन या फिर ब्राउनिश पार्ट निकलने लगता है?

रसगुल्ले को चासनी में डालने के बाद यदि आपके रसगुल्ले की ऊपरी लेयर निकल रही है तो समझ जाइए कि आपने फ्राई करने में गड़बड़ी करी है रसगुल्ले को हमेशा हमें लो फ्लेम पर फ्राई करना चाहिए, यदि आप हाई फ्लैम पर अपने रसगुल्ले को फ्राई करेंगे तो

कलर तो चेंज हो जाएगा यानी कि वह ऊपर से तो ब्राउन हो जाएगा लेकिन अंदर से कच्चा रह जाएगा इसकी वजह से जैसे ही आप उसे चासनी में डालेंगे उसकी स्किन निकलने लगेगी इससे बचने के लिए रसगुल्ले या गुलाब जामुन को हमेशा हमको लो फ्लेम और हल्के गरम आयल में ही डालना चाहिए

 

  1. रसगुल्ला (गुलाब जामुन) फ्राई करते समय फट क्यों जाते हैं?

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रसगुल्ला फटने का क्या कारण होता है ?

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जब कभी भी रसगुल्ला फट रहा हो या बबल के साथ बहुत तेजी से फुल रहा हो तो इसका मतलब यह है कि आपको अपने खोए मैदे के मिक्सर में, मैदा और मिलाना चाहिए | खोए और मैदे का जो अनुपात है वह हमेशा खोए का आधा मैदा यूज करना चाहिए, वन थर्ड होगा तो भी कोई प्रॉब्लम नहीं होती है, लेकिन बहुत ज्यादा कम हो जाने पर प्रॉब्लम होती है रसगुल्ले फटने लगते हैं इसलिए हो सके तो मैंदे और खोए के अनुपात से ही रसगुल्ला बनाएं|

और दूसरा कारण यह है कि कभी-कभी कल्चुल के वजह से भी हमारे रसगुल्ले फूट जाते हैं रसगुल्ले को फ्राई करते समय हमें बहुत ही सावधानी से रसगुल्ले को ऑयल में हिलाना चाहिए |

 

  1. रसगुल्ला (गुलाब जामुन) बनाने के बाद हार्ड क्यों हो जाते हैं?

मैदा बहुत ज्यादा या खोए से ज्यादा यूज करने से हमारे रसगुल्ले हार्ड बनते हैं रसगुल्ला बनाने के लिए हमेशा मैदा और खोए के अनुपात से ही रसगुल्ला बनाए तो आप के रसगुल्ले कभी हार्ड नहीं बनेंगे |

  1. रसगुल्ला (गुलाब जामुन) की चाशनी कैसे बनाएं?

रसगुल्ले या गुलाब जामुन की चासनी बनाना बिल्कुल आसान है इसकी चाशनी में कोई तार नहीं बनता यानी कि जैसे ही पानी में आपका चीनी घुल जाए उसके बाद आप उसे 1 से 2 मिनट तक और पका लें बस आपका चासनी रेडी है यदि इसको हम दूसरे शब्दों में बोले तो यह कह सकते हैं कि यदि आप की चाशनी शहद की तरह चिपचिपी हो जाए (आपके दो उंगलियों के बीच में शहद की तरह  चिपकने लगे) तो समझ जाइए कि आपकी रसगुल्ला गुलाब जामुन की चासनी रेडी हो चुकी है |

  1. चासनी को साफ (क्लियर) कैसे करें?

रसगुल्ले की चाशनी को साफ करना बहुत ही आसान है इसके लिए आप तीन से चार बूंद नींबू डालें या फिर तीन चार चम्मच तक दूध डाल दें और डालते ही चाशनी की सारी गंदगी झाग के फॉर्म में ऊपर आ जाएगी फिर आप इसे निकाल लीजिए | बस हो गई चासनी साफ

 

  1. रसगुल्ले या गुलाब जामुन के लिए परफेक्ट डो कैसे बनाएं?

 

इसके लिए आप मैदा खोए और पनीर या जिसको भी मिलाना है मिला ले और उसके बाद इससे पानी छिड़क छिड़ककर खूब मले और आटे की तरह गूदे, जब तक की आप की गोलियां गोल गोल चिकनी ना बनने लगे यदि गोलियां गोल गोल चिकनी बनने लगे तो समझ जाइए कि आपका जो मिक्सचर है मैंदे-खोए का बिल्कुल रेडी हो चुका है | इसे कम से कम 15 से 20 मिनट तक तो मिलाना पड़ता ही है | पानी उतना ही स्प्रिंकल करें जितना की जरूरत हो बहुत सारा पानी स्प्रिंकल ना करें नहीं तो प्रॉब्लम हो सकती हैं वह आपको खुद समझ में आएगा सूखा सूखा रुखा रुखा तब आप वहां पर पानी को स्प्रिंकल करिएगा और नहीं तो मत करिएगा फिर ऐसे ही उसको खूब अच्छे से मिलाकर तब चिकनी गोलियां बनाएगा ||

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  1. कभी-कभी रसगुल्ले या गुलाब जामुन को फ्राई करने के बाद जैसे ही चासनी में डालते हैं, हमारे रसगुल्ले सिकुड़ने क्यों लगते हैं ?

ज्यादा गाड़ी चासनी की वजह से ऐसी प्रॉब्लम आती है इस प्रॉब्लम से बचने के लिए हमें थोड़ी पतली चासनी ही रसगुल्ले के लिए यूज करनी चाहिए

रसगुल्ले या गुलाब जामुन को फ्राई करने के बाद जैसे ही आप चाशनी में डालते हैं तो आप के रसगुल्ले सिकुड़ने लगते हैं इसका कारण यह होता है कि आपकी जो चासनी है वह ज्यादा गाड़ी हो गई है इसकी वजह से रसगुल्ले के अंदर नहीं जा पा रही है या यह कह सकते हैं कि रसगुल्ला उस चासनी को अबजॉब नहीं कर रहा है अपने अंदर नहीं दे रहा है इस वजह से आपके रसगुल्ले सिकुड़ने लगते हैं ऐसी प्रॉब्लम से बचने के लिए आप अपने चासनी में थोड़ा सा पानी डाल और फिर से उसको थोड़ा सा गर्म कर ले और फिर जब आप अपने रसगुल्ले डालेंगे तो इस तरह की प्रॉब्लम नहीं आएगी |

 

  1. रसगुल्ले को बनाने के लिए खोए और मैदे में क्या अनुपात रखना चाहिए ?

रसगुल्ले को बनाने के लिए खोए और मैदे का अनुपात – मैदा हमेशा खोए से आधा हो यदि आपने वन थर्ड मैदा भी यूज़ किया है तो भी आप के रसगुल्ले अच्छे बनते हैं | थोड़ा सा बेकिंग सोडा या बेकिंग पाउडर यूज करने से रसगुल्ले बहुत ही टेस्टी बनेंगे |

 

  1. कभी-कभी हमारे रसगुल्ले या गुलाब जामुन बनने के बाद कुछ ज्यादा ही सॉफ्ट क्यों हो जाते हैं ?

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यह कह सकते हैं कि हमारे जो रसगुल्ला गुलाब जामुन होते हैं वह कभी-कभी बहुत ज्यादा गुजी गुजी (ओवर सॉफ्ट) क्यों हो जाते हैं ?

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यदि आप उसे हल्के गुनगुने चाशनी में डाल रहे हैं तब तो आप के रसगुल्ले अच्छे बनेंगे लेकिन यदि आप चासनी को ज्यादा गर्म यूज कर रहे हैं तो उस कंडीशन में आप के रसगुल्ले ओवर सॉफ्ट हो जाते हैं| यानी कि हमको बहुत ज्यादा गर्म चाशनी नहीं यूज़ करना चाहिए |

  1. रसगुल्ला (गुलाब जामुन) बनाने के लिए हमको क्लेम क्या रखना चाहिए ?

रसगुल्ला गुलाब जामुन को बनाने के लिए हमेशा हमको लो फ्लेम ही यूज करना चाहिए और जब आप रसगुल्ला को ऑयल में डालें तो उसमें हल्के हल्के यदि बबल्स बन रहे हैं इसका मतलब आप बिल्कुल सही जा रहे हैं लो फ्लेम पर ही रसगुल्ले को फ्राई करें |

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